🐄 हरियाणा सरकार देगी ₹30,000 की सहायता – देशी गाय पालने वाले किसानों के लिए खुशखबरी! 🌾
हरियाणा सरकार की प्राकृतिक खेती योजना 2025 के तहत किसानों को देशी गाय पालने पर ₹30,000 की आर्थिक सहायता मिलेगी। यह योजना केवल उन्हीं किसानों के लिए है जो कम से कम 1 एकड़ या उससे अधिक भूमि पर बिना किसी रासायनिक खाद या कीटनाशक के, पूरी तरह देशी गाय के गोबर, मूत्र और अन्य जैविक विधियों से खेती करते हैं। आवेदन ऑनलाइन कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा की आधिकारिक वेबसाइट पर किया जाएगा। इसके लिए “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” पोर्टल से जुड़ा मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और बैंक खाता आवश्यक है। किसान भाइयों को आवेदन फॉर्म में गाय खरीदने वाले कॉलम में हाँ ही भरना होगा, चाहे उनके पास पहले से गाय हो या न हो। प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण हरियाणा में गुरुकुल कुरुक्षेत्र और हमेटी, जींद द्वारा दिया जाता है। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी कृषि विकास अधिकारी या जिला उप कृषि निदेशक से संपर्क करें। यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर और जैविक खेती की ओर प्रेरित करेगी।
🌟 योजना की मुख्य बातें
👉 देशी गाय पालने वाले किसानों को ₹30,000 की आर्थिक सहायता।
👉 यह सहायता केवल प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को मिलेगी।
👉 न्यूनतम 1 एकड़ भूमि पर खेती करने वाले किसान पात्र होंगे।
👉 आवेदन केवल कृषि विभाग हरियाणा – Natural Farming Portal पर ही किया जा सकता है।
👉 योजना के लिए “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” (Meri Fasal Mera Byora) पोर्टल से पंजीकृत होना जरूरी है।
📌 आवेदन प्रक्रिया (How to Apply Online)
- सबसे पहले कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- “Natural Farming” लिंक पर क्लिक करें।
- अपनी जानकारी (नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, भूमि विवरण) भरें।
- आवेदन फॉर्म में जब पूछा जाए –
- “क्या आपके पास गाय है?” – सही विकल्प चुनें।
- “क्या आप नई गाय खरीदना चाहते हैं?” – इसमें हमेशा हाँ भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- सबमिट करने के बाद आवेदन की रसीद डाउनलोड करें।
📝 आवश्यक दस्तावेज
✔️ “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” पोर्टल से जुड़ा मोबाइल नंबर 📱
✔️ फसल पंजीकरण से संबंधित विवरण 🌾
✔️ आधार कार्ड (Aadhaar Card) 🆔
✔️ बैंक खाता पासबुक की प्रति 🏦
✔️ भूमि का विवरण (जमाबंदी / पट्टा / रजिस्ट्री)
🎯 पात्रता मानदंड
✅ हरियाणा का स्थायी निवासी किसान।
✅ कम से कम 1 एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती होनी चाहिए।
✅ खेती में केवल देशी गाय का गोबर, मूत्र और अन्य जैविक विधियाँ इस्तेमाल होनी चाहिए।
✅ रासायनिक खाद, कीटनाशक या बाजार से खरीदे सामान का उपयोग नहीं होना चाहिए।
✅ प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।
🎓 प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण केंद्र
👉 गुरुकुल कुरुक्षेत्र
👉 हमेटी, जींद (HARETI – Haryana Agricultural Research and Education Training Institute)
इन संस्थानों में किसानों को Natural Farming Training दी जाती है। बिना प्रशिक्षण के किसान योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
📞 अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिला कृषि अधिकारी (District Agriculture Officer) या उप कृषि निदेशक (Deputy Director Agriculture) से संपर्क कर सकते हैं।
💰 किसानों को मिलने वाले लाभ
✔️ ₹30,000 की आर्थिक सहायता (गाय पालने पर)।
✔️ जैविक खाद (गाय के गोबर और मूत्र से) तैयार करने की सुविधा।
✔️ खेती की लागत में कमी।
✔️ मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि।
✔️ स्वास्थ्यवर्धक और उच्च गुणवत्ता वाली फसलें।
✔️ कृषि से होने वाली आय में वृद्धि।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q.1 – क्या यह योजना सभी किसानों के लिए है?
➡️ नहीं, यह केवल उन्हीं किसानों के लिए है जो प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।
Q.2 – क्या बिना गाय खरीदे योजना का लाभ मिल सकता है?
➡️ नहीं, आवेदन फॉर्म में गाय खरीदने वाले कॉलम में हाँ भरना जरूरी है।
Q.3 – योजना के लिए कौन-सा पोर्टल उपयोग करना होगा?
➡️ कृषि विभाग हरियाणा – Natural Farming Portal
Q.4 – क्या “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” में पंजीकरण जरूरी है?
➡️ हाँ, इसके बिना आप आवेदन नहीं कर पाएंगे।
Q.5 – योजना से मिलने वाला पैसा कब मिलेगा?
➡️ सत्यापन और दस्तावेज़ जांच के बाद किसान के बैंक खाते में सीधे DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए राशि भेजी जाएगी।
🌿 निष्कर्ष
हरियाणा सरकार की प्राकृतिक खेती योजना 2025 किसानों को देशी गाय पालने पर ₹30,000 की सहायता देकर आत्मनिर्भर और जैविक खेती की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है। यह स्कीम न केवल किसानों की आय बढ़ाएगी बल्कि मिट्टी, जल और पर्यावरण की भी रक्षा करेगी।
👉 आज ही आवेदन करें: कृषि विभाग हरियाणा – Natural Farming
👉 फसल पंजीकरण: मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल
💐💐💐
किसान भाइयों, देशी गाय ही प्राकृतिक खेती की असली ताकत है – इसे अपनाकर अपनी खेती को सफल बनाएं।
💐💐💐
Share this content:
Post Comment